Sunday 7 April 2013

लबों को लबों से मिलाएं

लब हैं तो लफ्ज़ भी तो होंगे
लफ्ज़ हैं तो मतलब भी तो होंगे
क्यों न लबों को लबों से मिलाएं
और पी लें
लफ्ज़ भी
मतलब भी
फिर ख़ामोश सा मंज़र होगा
जो बहुत कुछ कहेगा
तुम से भी
हम से भी 
तो क्यों न लबों को लबों से मिलाएं!

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बस यूँही