शब्दोंसे परे भावोंसे भरे
Saturday 19 November 2016
फ़ासले
आजकल कुछ लिख नहीं पा रहा हूँ...
तुझसे फ़ासले बढ़ रहे हैं शायद...
"ऐ ज़िन्दगी, गले लगा ले!"
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
बस यूँही
जुदाई
आज जुदा हो रहे हैं... उस लम्बी जुदाई से पहले! कहते हैं: अपना एहसास दिलाती है मौत आने से पहले!
जीवन में तेरे मै आया हूँ
शब्दोंसे परे भावोंसे भरे कुछ ऐसे क्षण मैं लाया हूँ जीवन में तेरे मै आया हूँ तू मान इसे संजोग सही या ईश्वर का संकेत कोई तू पूर्ण कहाँ, मै...
मुमकिन नहीं
उसने कहा भूल जाओ भूल जाओ मुझे सदा के लिए मैंने कहा मुमकिन नहीं न तो मैं ख़ुद को भुला सकता हूँ न ही ख़ुदा को