प्रभु एक निवेदन है तुझसे
इतनी भी न दे ऊँचाई मुझे
प्रभु एक निवेदन है तुझसे
इतनी भी न दे रफ़्तार मुझे
मुड़कर पीछे देखूं जो कभी
अपना न कोई मेरे संग दिखे !
प्रभु एक निवेदन है तुझसे
इतनी भी न दे गहराई मुझे
डूबा ही रहूँ खुद में इतना
कोई और न मुझतक पहुँच सके !
इतनी भी न दे ऊँचाई मुझे
झुककर नीचे देखूं जो कभी
मेरा अपनासा कोई न दिखे !प्रभु एक निवेदन है तुझसे
इतनी भी न दे रफ़्तार मुझे
मुड़कर पीछे देखूं जो कभी
अपना न कोई मेरे संग दिखे !
प्रभु एक निवेदन है तुझसे
इतनी भी न दे गहराई मुझे
डूबा ही रहूँ खुद में इतना
कोई और न मुझतक पहुँच सके !
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