Thursday 22 December 2011

दिल से.......!

हर ख़ुशी दाख़िल हो अब दामन में मेरे यार के
कोई ग़म शामिल न हो जीवन में मेरे यार के
ऐ खुदा मेरे लिए तुमने चुने काटें सही
पर हसीं गुलशन बिछा आँगन में मेरे यार के

1 comment:

बस यूँही